Monday, 4 February 2013

Death of A Poet



कुछ  इस तरह है याद तेरी,
 मेरे दरम्यां...
अमावास का चाँद दबा हो जैसे, 
काले आसमां के सीने में.
पता है यहीं है कहीं , 
पर कोई खबर नहीं आती उस ज़ानिब से.

बस एक ख्याल , एक एहसास ....

कल चौदवीं की रात थी  -
सुना है कल रात....
एक शायर की मौत हुई है !

2 comments:

  1. अमावास का चाँद दबा हो जैसे, काले आसमां के सीने में. bahot khoob!
    chaand ke saath aise koi kalakaar hi khel sakta hai!
    Sadhuwaad!

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    1. shukriya dua hai aapki :)

      Sadhuwaad ! Live and prosper

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