Thursday, 7 February 2013

Estranged !



तिनका -तिनका ओढ़ के एक शक्ल पहनी है.
झांकता चलता हूँ अजनबी चेहरों में,एक झलक को.

कुछ शक्लों के लिए कोई आइना नहीं बना शायद !

Monday, 4 February 2013

Death of A Poet



कुछ  इस तरह है याद तेरी,
 मेरे दरम्यां...
अमावास का चाँद दबा हो जैसे, 
काले आसमां के सीने में.
पता है यहीं है कहीं , 
पर कोई खबर नहीं आती उस ज़ानिब से.

बस एक ख्याल , एक एहसास ....

कल चौदवीं की रात थी  -
सुना है कल रात....
एक शायर की मौत हुई है !

Saturday, 2 February 2013

Hey You !





कितने ख्वाब पिलाये , 
कितने नज़्मों की बारिश की .
अकेला ही दिखता है फिर भी...  
बाँझ होगा  ये चाँद .

सुना है ग्रेविटी  कम है बहुत !

You and Me






थोडा और  पकाओ  वक़्त से , 
थोड़ी और चोटें करो कल्पना की .
उतर आएगा चाँद भी .
नहीं तो, खाबों की शक्ल भी क्या कम रूमानी है !